इसरो संस्थान मे उसका कैंपस सेलेक्शन वैज्ञानिक “सी” के पद पर हुआ
हजारीबाग: दारु प्रखंड क्षेत्र के रामदेव खरिका पंचायत अंर्तगत गोपलो गांव के निवासी रंजन वर्मा पिता रामनारायन कुशवाहा का चयन देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान इसरो मे वैज्ञानिक सी के पद पर हुआ है।रंजन का इस कामयाबी से घर मे खुशियों की लहर दौड़ पड़ी, प्रखंड क्षेत्र से बधाई देने वालो का ताता लगा रहा । रंजन के पिता भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता है और मूल रूप से खेती बाडी से जुड़े हुए है, उन्होंने बताया कि रंजन शुरु से ही मेधावी छात्र था।
रंजन ने पहली से दसवीं तक की पढ़ाई एन्थम् पब्लिक स्कूल सिलवार मे हुई उसके बाद इंटर की पढ़ाई मनुअम पब्लिक स्कूल चौपारण से किया। इंटर करने के बाद कोटा चला गया जहाँ उसने भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रोधोगिकी संस्थान से इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन मे बीटेक किया। इसके बाद वह जेईई एडवांस की परीक्षा को क्रैक किया और इसरो संस्थान के द्वारा उसका कैंपस सेलेक्शन वैज्ञानिक “सी” के पद पर किया गया।रंजन की नियुक्ति मास्टर कंट्रोल फैसिलिटी हसन कर्नाटका संस्थान मे हुई है।
रंजन ने कहा कि बीटेक की डिग्री उन्हे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मौजूदगी मे इसरो के चेयरमैन एस सोमनाथ के हाँथो से मिला जिस क्षण को मै कभी भूल नही सकता। यह पल हमारे ज़िंदगी का सबसे अविस्मरणीय पल था। एक छोटे से गांव से निकलकर देश का सर्वोच्च संस्थान मे नियुक्ति की खबर मिलने से रंजन के परिजनों के साथ साथ, पड़ोसी रिस्तेदारों और पूरे प्रखंडवासी काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे है।