इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग प्रदेश महासचिव शानुल हक ने प्रेस बयान जारी करते हुए कहा की यूपी गाजियाबाद के डसना मंदिर से यति नरसिंहा नंद ने मुसलमान के आखिरी पैगंबर मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के शान के खिलाफ जो भद्दी टिप्पणी किया है उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है जिसमें पैगंबर मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के खिलाफ निंदनीय और शर्मनाक बातें कही गई है।
वीडियो में जो बातें बताई गई है वो असहनीय और अत्यंत निंदनीय है जिसने विश्व भर के मुसलमान के धार्मिक भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है। उन्हों ने इस बात पर जोर दिया है कि यति नरसिंहानंद नफरत फैलाने वाला व्यक्ति है जो बार-बार इस्लाम और मुसलमान के खिलाफ जहर उगलते रहता है लेकिन इस बार उसने सभी हदें पार कर दी हैं जिसे किसी भी स्थिति में माफ नहीं किया जा सकता। यह बयान न केवल मुसलमान की भावनाओं का अपमान है बल्कि एक सोची समझी योजना के तहत सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश है जो देश की शांति और स्थिरता को प्रभावित कर रही है।
शानुल हक ने मांग की है कि यति नरसिंहानंद और अनिल यादव उर्फ छोटा नरसिंहा नंद के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार किया जाए साथ ही आपत्तिजनक वीडियो को बिना देरी के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटाया जाए और इन प्लेटफॉर्मों को इस प्रकार की सामग्री के प्रसार पर कानूनी रूप से जवाबदेह बनाया जाए।
उन्हों ने यह भी मांग की की नफरत फैलाने वाले भाषणों को रोकने के लिए निगरानी प्रणाली स्थापित की जाए ताकि भविष्य में कोई व्यक्ति या समूह धार्मिक व्यक्तित्व या समुदायों को निशाना बनाकर देश की शांति को नष्ट न कर सके। सरकार इस मामले में किसी भी प्रकार की नरमी न बरतते हुए कड़ी कार्रवाई करे ताकि देश को स्पष्ट संदेश जाए की धार्मिक अपमान और नफरत फैलाने वाले को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाए गा।
मोहम्मद शहाबुद्दीन
प्रदेश उपाध्यक्ष सह प्रदेश प्रवक्ता इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग झारखंड प्रदेश।