असत्य पर सत्य व अधंकार पर प्रकाश की जीत के प्रतीक दीपावली पर्व के उपलक्ष्य पर दिनांक 27 अक्टूबर 2024 को सीमा सुरक्षा बल मेरू परिसर में 01 दिवसीय भव्य दीवाली मेले का आयोजन हुआ। इस दिवाली मेेले का विशेष महत्व रहा क्योंकि यहाँ पर न केवल रहने वाले सीमा प्रहरी व इनके परिवारजनों वरन् समस्त आम जनता को भी इस मेले के एक ही प्रांगण में समभाव् के साथ समायोजित व आनंदित कर दिया।
प्रातः 1000 बजे श्रीमती नीतू बन्याल, बावा प्रमुख व के0एस0 बन्याल, महानिरीक्षक, प्रशिक्षण केन्द्र एवं विद्यालय एवं सहायक प्रशिक्षण केन्द्र के द्वारा रिबन काट कर मेले का विधिवत उद्वघाटन किया गया, इस मौके पर राजेश कुमार, उप महानिरीक्षक (एस0टी0एस0), राकेश रंजन लाल, उप महानिरीक्षक (प्रशा0), डी0 के0 प्रमाणिक, उप महानिरीक्षक (प्रशि0), गणेश कुमार, समादेष्टा (एस0टी0एस0), मुकुंुद झा समादेष्टा (एस0टी0सी0) व अन्य अधिकारी मौजूद रहे व मेले में लगाए गए स्टॉलों का भ्रमण किया।
प्रातः 0930 बजे से ही प्रहरी परिवारों, कार्मिकों, प्रशिक्षुओं एवं आस पास के क्षेत्रों से आए लागों का तांता लगना शुरू हो गया था। मेले में प्रशिक्षण केन्द्र एवं विद्यालय व सहायक प्रशिक्षण केन्द्र के समस्त स्कंधो एवं समूहों ने अपने अलग-अलग खानपान, खेलों और सामान के स्टॉल लगाए। सीमा सुरक्षा बल की अपनी विशेषता है; यहाँ भारत के प्रत्येक प्रान्त के कार्मिक सेवारत है, जिसकी छाप इस मेले में देखने को मिली जहाँ सम्पूर्ण भारतवर्ष में बनाए जाने वाले स्वादिष्ट व्यंजन जैसे- उत्तर भारत के छोले भटूरे, दक्षिण भारत का इडली, डोसा, साँभर, मांसाहारी व्यंजनो के शौकिनो के लिए चिकन बिरयानी, मछली वहीं शाकाहारियों के लिए आलू चाट, पापड़ी, ब्रेड पकोड़े व गोलगप्पे की विशेष व्यवस्था रही। आईसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक और अन्य शीतल पेय के स्टॉलों पर युवाओं और नव आरक्षकों की भारी भीड़ रही।
धनतेरस एवं आगामी दीवाली पर्व की खरीदारी हेतु आम दुकानदारों ने भी अपने स्टॉल लगाए जिसमें पटाखें, कपड़े, साज सज्जा, महिलाओं के श्रृगांर, अन्य घरेलू सामान की दुकाने साथ ही मिताली ऑटोमोबाईल्ज़, हजारीबाग द्वारा दो पहिया वाहन का बिक्री स्टॉल लगाया गया। एक तरफ लोग खरीदारी करते रहे, वहीं दूसरी तरफ विभिन्न स्टॉलों पर खेलों और ज्ञान पर आधरित प्रतियोगितांए आयोजित की गई, जहाँ किशोरों और नव आरक्षकों की भारी संख्या मेले के अंत तक बनी रही। बच्चों के मनोरंजन हेतु विशेष प्रकार के झूले लगाये गए, जिस पर नव- नौनिहाल मेला समाप्ति तक मनोरंजित होते रहे। नाव की सवारी करने को सब आतुर दिखें।
जलेबी रेस में भाग लेने की उत्सुकता प्रत्येक बच्चों में देखी गई। मेले में अयोध्या राम मंदिर व विभिन्न भारतीय सांस्कृतिक आकृतियों से सुसज्जित सेल्फी प्वांईट बनाया गया, जहां पर प्रहरी परिवारों, कार्मिकों, प्रशिक्षुओं एवं आस पास के क्षेत्रों से आए लागों ने सेल्फी ली। इसके साथ-साथ नकलची कलाकारों ने महाबली की वेशभूषा पहनकर लोगों का ध्यान आकर्षित किया जिनके साथ सेल्फी लेने की होड़ लगी रही।
सीमा सुरक्षा बल की जॉज एवं ब्रास बैंड टीम की निरन्तर नई धुनों और गीतों पर मेले में आए लोग झूमते रहें। सीमाप्रहरियों के मध्य रस्साकशी प्रतियोगिता में कार्मिकों का जोश देखते ही बनता था, जोकि प्रशिक्षण केन्द्र एवं विद्यालय व सहायक प्रशिक्षण केन्द्र के सीमा प्रहरियों के मध्य आयोजित की गई। तंबोला और महिलाओं के मध्य आयोजित म्यूजिकल चेयर राउण्ड प्रतियोगिता के विजेताओं की खुशी उनके चेहरों पर स्पष्ट नजर आ रही थी। मेले के पूर्ण आयोजन में अनुशासन व सुरक्षा का पूरी दृढ़ता से पालन किया गया।