भ्रष्टाचार किसी भी राष्ट्र की प्रगति के पथ में पड़ने वाला ऐसा रोड़ा है, जिसके कारण राष्ट्र की उन्नति प्रभावित होती है। प्रत्येक वर्ष केन्द्रीय सर्तकता आयोग भारत सरकार द्वारा विभिन्न सरकारी कार्यालयों निजी संगठनों के माध्यम से भ्रष्टाचार के दुष्प्रभावों के बारे में जनता के जागरूक करने के उद्देश्य से सतर्कता जागरूकता सप्ताह के रूप में मनाया जाता है। सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन आयोग के बहुआयामी दृष्टिकोण का भाग है, जंहा एक महत्वपूर्ण कार्यनीति के रूप में सभी हितधारकों को भ्रष्टाचार की रोकथाम और उसके खिलाफ संघर्ष में सामूहिक रूप से सहभागी होने के लिए प्रोत्साहित करना तथा भ्रष्टाचार के वजूद कारणों एवं गंभीरता तथा भ्रष्टाचार से उत्पन्न खतरों के संदर्भ में जनजागरूकता को बढ़ाना है।
सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2024 की थीम “सत्यनिष्ठा की संस्कृति से राष्ट्र की समृद्धि” है।
इसी क्रम में बल मुख्यालय, सीमा सुरक्षा बल, नई दिल्ली के निर्देशानुसार मेरु कैंप हजारीबाग में के. एस. बन्याल, महानिरीक्षक प्रशिक्षण केंद्र एवं विद्यालय के नेतृत्व में सीमा सुरक्षा बल मेरु कैंप में दिनांक 28 अक्टूबर से 03 नवंबर 2024 तक श्रृखंलाबद्ध कडी के तहत सतर्कता जागरूकता सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है।
सतर्कता जागरूकता सप्ताह का शुभारम्भ के. एस. बन्याल महानिरीक्षक प्रशिक्षण केंद्र एवं विद्यालय, मेरु कैंप, हजारीबाग नें प्रशासनिक भवन में कैंप में उपस्थित समस्त अधिकारियो, अधीनस्थ अधिकारियो व कार्मिकों को भ्रष्टाचार के खिलाफ शपथ दिलाकर किया। सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाने का पहला कदम लोगों को भ्रष्टाचार तथा उसके परिणामों के बारे में जागरूक करना है। बल मुख्यालय के दिशा निर्देशों के तहत पूरे देश में सभी सीमा सुरक्षा बल कार्यालयों में इस शपथ का आयोजन किया जाना है।
सतर्कता जागरूकता सप्ताह सरदार वल्लभ भाई पटेल जिन्हें उनकी अटूट साहस और सकंल्प के लिए भारत के लौह पुरूष के रूप में जाना जाता है, के जन्म सप्ताह में मनाया जाता है। ज्ञातव्य है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भारत की एकता, अखण्डता तथा भारत के पारंपरिक मूल्योें को बनाए रखने के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं, जिसका हम सभी को अनुकरण करना चाहिए।