पर्यावरण वन रक्षा समिति बनासो चानो के प्रिंजियाटांड़ जंगल में साप्ताहिक बैठक हुई जिसमें सैकड़ो ग्रामीण महिला एवं पुरुष उपस्थित रहे।इस बैठक की अध्यक्षता चेतलाल टुडू व संचालन संगीता किस्कू ने किया। इस बैठक में सर्वप्रथम इन दिनों तेजी से हो रहे जंगल की कटाइयों को कैसे पूर्ण रूप से रोक लगाई जाए इस पर चिंतन करते हुए निर्णय लिया गया कि जो भी जंगल जाएंगे वह टांगी या कोई औजार ना लेकर जाएंगे अगर टांगी लेकर जाते हुए पकड़े जाते है तो उस पर कमेटी समझाने बुझाने का काम करेंगे नहीं बल्कि उसके ऊपर अपने स्तर से आगे पदाधिकारियो को कानूनी कार्यवाही करने को लेकर सौंप देंगे।
साथ में उनके ऊपर आर्थिक कार्रवाई करने का काम करेंगे इस बैठक में मुख्य रूप से उपस्थित पर्यावरण वन रक्षा समिति बनासो एवं चानो के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश राम ने संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह वनों का कटाई हो रही है और पूर्ण रूपेण समय रहते रोक नहीं लगाई जाई तो 17 सालों से हम लोगों का किया हुआ प्रयास सफल नहीं होगा। इस में अधिकारियों का भी सक्रिय न देख कर हम सभी का चिंता का विषय है इस पर कड़ी निर्णय लेना होगा जब तक हम ग्रामीण एकजुट होकर जंगल नहीं बचानंगे और जब तक ठोस कदम नहीं उठाएंगे तब तक जंगल नहीं बचेंगा हर टोले मोहल्ले से दो-दो कर आकर वनों का सुरक्षा के लिए जंगल भ्रमण करते रहना होगा और जिस तरह जंगल को पूर्व में बचाए हैं उसी तरफ बचाने का हर प्रयास करते रहना होगा और दिनांक 11/ 11/ 2024 दिन सोमवार से कोई भी किसी तरह से कच्चा लकड़ी लेकर जाते हुए पकड़े गए या पकड़ा गया उसके ऊपर कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया जाएगा ।
हम मानव के लिए जंगल बहुत ही महत्वपूर्ण है प्रकृति की देन है इसे बचाए रखना हम सब कर्तव्य बनता है। क्योंकि कुछ दिन पहले खोई हुई बुधी माता का इसी जंगल में कंकाल मिलने की सूचना आई और अगर कुछ दिन बाद पता चलता तो शायद उनकी कपड़े ही मिलते और जंगल में भ्रमण करने से यह भी एक फायदा होगा कि अगर कोई गुम हो जाएगा तो उसे समय रहते खोज लिया जाएगा और इसलिए मुझे बैठक को बीच में छोड़कर जाना पड़ा और पुनः फिर से आकर अंतिम में उस बैठक का सभी लिए निर्णय के बारे में जानकारी लिया और जानकारी लेते हुए संतुष्ट होकर पुनः फिर से सबको संकल्प दिलाकर समर्थन करवाया।
पर्यावरण प्रेमी और 2012 से सैकड़ो पौधा वितरण करते आ रहे श्रीमती मंजू देवी एएनएम (नर्स दीदी)ने भी इस बैठक को समर्थन करते हुए संबोधन किया क्योंकि यह जंगल पर्यावरण के लिए बहुत महत्वपूर्ण चीज है जंगल बहुत कुछ देती है हम सभी के पूर्वजों का धरोहर है और इसे बचाने के लिए हम सबको को कर्तव्य बनता है जिस माताएं, बहनों, भाई, दोस्तों जंगल को बचाने में योगदान दे रहे हैं उसको सर्वप्रथम बहुत बहुत धन्यवाद देना चाहूंगा क्योंकि हम सब के लिए काम कर रहे हैं यह सराहनीय कार्य है मैं भी आप लोगों का साथ हूं और जब भी जरूरत पड़े तो मैं जरूर खड़ा रहूंगा आप मुझे जरूर बताने का काम करें और मेला लगाने से या यहां भाषण देने से कोई भी ऐसा कुछ करने से फायदा नहीं होने वाली है जब तक हम सभी जंगल नहीं बचानंगे तब तक कोई फायदा नहीं होगा।जंगल को नहीं कटना है तभी बच्चों के कार्यक्रमो का मकसद पूरा होगा और सफल माना जाएगा यह संभव सिर्फ है तो सिर्फ वन प्रेमियों के सहयोग से होगा।।